गुरुवार, 28 अप्रैल 2016

"जीवन" में "तकलीफ़"

"जीवन" में "तकलीफ़" उसी को आती है, जो हमेशा "जवाबदारी" उठाने को तैयार रहते है,
और ...
जवाबदारी लेने वाले कभी हारते नही,
या तो "जीतते" है, या फिर "सिखते" है...!!
जय श्री कृष्णा

AFFIRMATION FOR TODAY

If you really want to do something, you'll find a way; if you don't, you'll find an excuse.

Your action for today is to take something you have been making excuses for not doing, and either do it or stop saying you want to do
it!

✫*¨`*✶♪.¸¸.✻✿
AFFIRMATION FOR TODAY
" Everything that I start is a huge success. I excel in everything that I do."
Good Morning! Have an Extraordinary day!

मंगलवार, 26 अप्रैल 2016

शब्द मुफ्त में मिलते है....

शब्द मुफ्त में मिलते है....
                   लेकिन
उनके चयन पर निर्भर करता है...  कि
उसकी कीमत मिलेगी
                       या
चुकानी पड़ेगी....

जन्म से

जन्म से ना तो कोई "दोस्त"
पैदा होता है और ना ही "दुश्मन"
वह तो हमारे घमंड,ताकत या व्यवहार से
कोई एक बन जाता है.
 

शुक्रवार, 22 अप्रैल 2016

"बुराई " करना रोमिंग की तराह है.

* "बुराई " करना रोमिंग की तराह है.
-
* करो तो भी चार्ज लगता है और सुनो तो भी चार्ज लगता है.
-
* और...
- * "नेकी" करना LIC की तराह है.
-
* जिंदगी के साथ भी.
* जिंदगी के बाद भी.

गुरुवार, 21 अप्रैल 2016

शांति

दिन की शुरूआत में हमें लगता है जिंदगी में पैसा बहुत ज़रूरी है,
पर दिन ढलने पर समझ आता है, जिंदगी में शांति अधिक ज़रूरी है।

वक्त

हमेशा..
बदलते तो इंसान है ,

"वक्त" का नाम तो बस ..
एक बहाना है...!!

मंगलवार, 19 अप्रैल 2016

लोहा नरम होकर

 
लोहा नरम होकर औजार बन जाता है,
सोना नरम होकर जेवर बन जाता है ! 
मिट्टी नरम होकर खेत बन जाती है, 
आटा नरम होता है तो रोटी बन जाती है !
ठीक इसी तरह अगर इंसान भी नरम हो जाये तो लोगो की दिलों मे अपनी जगह बना लेता है !

सदैव बेहतर की उम्मीद करे ।
         

रविवार, 17 अप्रैल 2016

नींबू के रस

अच्छी बात सच्ची बात

"जिस प्रकार नींबू के रस की एक बूँद हज़ारों लीटर दूध को बर्बाद कर देती है,
उसी प्रकार मनुष्य का अहंकार भी अच्छे से अच्छे संबंधों को बर्बाद कर देता है।"

शनिवार, 16 अप्रैल 2016

रिश्ते में.. खटास

पानी ने दूध से मित्रता की और उसमे समा गया..

जब दूध ने पानी का समर्पण देखा तो उसने कहा-
मित्र तुमने अपने स्वरुप का त्याग कर मेरे  स्वरुप को धारण किया है....

अब मैं भी मित्रता निभाऊंगा और तुम्हे अपने मोल बिकवाऊंगा।

दूध बिकने के बाद
जब उसे उबाला जाता है तब पानी कहता है..

अब मेरी बारी है मै मित्रता निभाऊंगा
और तुमसे पहले मै चला जाऊँगा..
दूध से पहले पानी उड़ता जाता है

जब दूध मित्र को अलग होते देखता है
तो उफन कर गिरता है और आग को बुझाने लगता है,

जब पानी की बूंदे उस पर छींट कर उसे अपने मित्र से मिलाया जाता है तब वह फिर शांत हो जाता है।

पर
इस अगाध प्रेम में..
थोड़ी सी खटास-
(निम्बू की दो चार बूँद)
डाल दी जाए तो
दूध और पानी अलग हो जाते हैं..

थोड़ी सी मन की खटास अटूट प्रेम को भी मिटा सकती है।

रिश्ते में..
खटास मत आने दो॥
"क्या फर्क पड़ता है,
हमारे पास कितने लाख,
कितने करोड़,
कितने घर,
कितनी गाड़ियां हैं,

खाना तो बस दो ही रोटी है।
जीना तो बस एक ही ज़िन्दगी है।
I
फर्क इस बात से पड़ता है,
कितने पल हमने ख़ुशी से बिताये,
कितने लोग हमारी वजह से खुशी से जीए।

सोमवार, 21 मार्च 2016

तेरा मेरा

तेरा मेरा करते एक दिन चले जाना है,
       जो भी कमाया यही रह जाना है !
करलो कुछ अच्छे कर्म,
       साथ यही आपके जाना है !
रोने से तो आंसू भी पराये हो जाते हैं,
       लेकिन मुस्कुराने से...
पराये भी अपने हो जाते हैं !
       मुझे वो रिश्ते पसंद है,
जिनमें "अहम" नही " मैं " नहीं   केवल "हम " हो !!

साधना

व्यक्ति 'साधनों' से नहीं  'साधना' से श्रेष्ठ बनता है,
व्यक्ति 'भवनों' से नहीं 'भावना' से श्रेष्ठ बनता है,
व्यक्ति 'उच्चारण' से नहीं  'उच्चआचरण' से श्रेष्ठ बनता है।
www.omvachan.blogspot.in

गुरुवार, 10 मार्च 2016

अहंकार


•२००० square फीट के घर में
सिर्फ २०० फीट में हम रहते है ।       ....और

•बाकि के १८०० फीट में
  हमारा अहंकार रहता है ॥

"वक्त" और "दौलत" के बीच का
सबसे बड़ा अंतर....

•आपको हर "वक्त" पता होता है कि
  आपके पास कितनी "दौलत" है ।       ....लेकिन

•आप यह बिल्कुल भी नही जानते कि
  आपके पास कितना ''वक्त"है ॥

•पायल हज़ारो रूपये में आती है,
  पर पैरो में पहनी जाती है ।                ....और

•बिंदी 2 रूपये  में आती है, 
  मगर माथे पर सजाई जाती है ॥

•इसलिए कींमत मायने नहीं रखती,
  उसका मान मायने रखता हैं ॥

•एक किताबघर में पड़ी गीता और कुरान आपस में कभी नहीं लड़ते ।

•और जो उनके लिए लड़ते हैं वो
  कभी उन दोनों को नहीं पढ़ते ॥

•नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है,
  मीठी बात करने वाले तो चापलूस भी होते है ।

•इतिहास गवाह है की आज तक कभी  नमक में कीड़े नहीं पड़े ।              ....और
•मिठाई में अक़्सर कीड़े पड जाया करते है ॥

•विज्ञान कहता है: 
  “जीभ पर लगी चोट      
  सबसे जल्दी ठीक होती है ।"         ....और

•ज्ञान कहता है:
  “जीभ से लगी चोट कभी ठीक नहीं होती … !!!

Always Be Passionate.!"

"Your Competitors can Copy Your Work, Your Style Or
Your Procedure.
But..
None can Copy your Passion.
If you hold it Firmly,
The world is Yours.!
Always Be Passionate.!"

भाग्य

भाग्य से जितना अधिक उम्मीद करेंगे वह उतना ही निराश करेगा।
कर्म में विश्वास रखें, आपको अपनी अपेक्षाओं से सदैव अधिक मिलेगा।

रविवार, 6 मार्च 2016

ऊँ नम:शिवाय

शिव अनादि है,शिव भगवंत है.....
शिव ओमकार है,शिव ब्रम्ह है.....
शिव शक्ति है,शिव  भक्ति  है.....
आज भगवान शिव का नमन करे., अभिषेक करें....

उनका आशीर्वाद हमेशा हम  पर  बना रहे....
महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं-बधाईयाँ।।
जय  भोलेनाथ ..
जय जय शिव शंकर.
ऊँ नम:शिवाय

शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2016

तुम्हारा ईश्वर...

प्रभू का पत्र

मेरे प्रिय...
सुबह तुम जैसे ही सो कर उठे, मैं तुम्हारे बिस्तर के पास ही खड़ा था। मुझे लगा कि तुम मुझसे कुछ बात
करोगे। तुम कल या पिछले हफ्ते हुई किसी बात या घटना के लिये मुझे धन्यवाद कहोगे। लेकिन तुम फटाफट चाय पी कर तैयार होने चले गए और मेरी तरफ देखा भी नहीं!!!

फिर मैंने सोचा कि तुम नहा के मुझे याद करोगे। पर तुम इस उधेड़बुन में लग गये कि तुम्हे आज कौन से कपड़े पहनने है!!!

फिर जब तुम जल्दी से नाश्ता कर रहे थे और अपने ऑफिस के कागज़ इक्कठे करने के लिये घर में इधर से उधर दौड़ रहे थे...तो भी मुझे लगा कि शायद अब तुम्हे मेरा ध्यान आयेगा,लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

फिर जब तुमने आफिस जाने के लिए ट्रेन पकड़ी तो मैं समझा कि इस खाली समय का उपयोग तुम मुझसे बातचीत करने में करोगे पर तुमने थोड़ी देर पेपर पढ़ा और फिर खेलने लग गए अपने मोबाइल में और मैं खड़ा का खड़ा ही रह गया।

मैं तुम्हें बताना चाहता था कि दिन का कुछ हिस्सा मेरे साथ बिता कर तो देखो,तुम्हारे काम और भी अच्छी तरह से होने लगेंगे, लेकिन तुमनें मुझसे बात
ही नहीं की...

एक मौका ऐसा भी आया जब तुम
बिलकुल खाली थे और कुर्सी पर पूरे 15 मिनट यूं ही बैठे रहे,लेकिन तब भी तुम्हें मेरा ध्यान नहीं आया।

दोपहर के खाने के वक्त जब तुम इधर-
उधर देख रहे थे,तो भी मुझे लगा कि खाना खाने से पहले तुम एक पल के लिये मेरे बारे में सोचोंगे,लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

दिन का अब भी काफी समय बचा था। मुझे लगा कि शायद इस बचे समय में हमारी बात हो जायेगी,लेकिन घर पहुँचने के बाद तुम रोज़मर्रा के कामों में व्यस्त हो गये। जब वे काम निबट गये तो तुमनें टीवी खोल लिया और घंटो टीवी देखते रहे। देर रात थककर तुम बिस्तर पर आ लेटे।
तुमनें अपनी पत्नी, बच्चों को शुभरात्रि कहा और चुपचाप चादर ओढ़कर सो गये।

मेरा बड़ा मन था कि मैं भी तुम्हारी दिनचर्या का हिस्सा बनूं...

तुम्हारे साथ कुछ वक्त बिताऊँ...

तुम्हारी कुछ सुनूं...

तुम्हे कुछ सुनाऊँ।

कुछ मार्गदर्शन करूँ तुम्हारा ताकि तुम्हें समझ आए कि तुम किसलिए इस धरती पर आए हो और किन कामों में उलझ गए हो, लेकिन तुम्हें समय
ही नहीं मिला और मैं मन मार कर ही रह गया।

मैं तुमसे बहुत प्रेम करता हूँ।

हर रोज़ मैं इस बात का इंतज़ार करता हूँ कि तुम मेरा ध्यान करोगे और
अपनी छोटी छोटी खुशियों के लिए मेरा धन्यवाद करोगे।

पर तुम तब ही आते हो जब तुम्हें कुछ चाहिए होता है। तुम जल्दी में आते हो और अपनी माँगें मेरे आगे रख के चले जाते हो।और मजे की बात तो ये है
कि इस प्रक्रिया में तुम मेरी तरफ देखते
भी नहीं। ध्यान तुम्हारा उस समय भी लोगों की तरफ ही लगा रहता है,और मैं इंतज़ार करता ही रह जाता हूँ।

खैर कोई बात नहीं...हो सकता है कल तुम्हें मेरी याद आ जाये!!!

ऐसा मुझे विश्वास है और मुझे तुम
में आस्था है। आखिरकार मेरा दूसरा नाम...आस्था और विश्वास ही तो है।

.
.
तुम्हारा ईश्वर...

गुरुवार, 18 फ़रवरी 2016

Life is Made up of Moments.

Life is Made up of Moments.
Moments Create Days,
Days Create Months,
Months Create Years,
Years Create LIFE.
If U Lose d Moment,U lose d Life
!! Su-Prabhat !!

प्रेम

आँखे बन्द करके जो प्रेम करे वो 'प्रेमिका' है ।
              आँखे खोल के जो प्रेम करे वो 'दोस्त' है ।।
आँखे दिखा के जो प्रेम करे वो 'पत्नी' है ।
             अपनी आँखे बंद होने तक जो प्रेम करे वो 'माँ' है ।।
परन्तु आँखों में प्रेम न जताते हुये भी जो प्रेम करे वो 'पिता' है.....

बुधवार, 17 फ़रवरी 2016

सफलता


यदि सफलता एक सुन्दर पुष्प है  तो विनम्रता उसकी सुगन्ध।
जिंदगी में जो चाहो हासिल कर लो, बस इतना ख्याल रखना कि, आपकी मंजिल का रास्ता, लोगो के दिलों को तोड़ता हुआ न गुजरे
       "अच्छी सोच"
          "अच्छा विचार"
               "अच्छी भावना"
मन को हल्का करता है! 

मंगलवार, 16 फ़रवरी 2016

राम राम सा

II राम राम सा II

  आदमी
"साधनो" से नही "साधना" से महान बनता है।
"भवनो" से नही "भावना" से महान बनता है।
"उच्चारण" से नही " उच्च - आचरण" से महान बनता है।

     स्नेह सदैव बना रहे...
     ☕

गुरुवार, 11 फ़रवरी 2016

हे शारदे माँ, हे शारदे माँ

हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
अज्ञानता से हमें तार दे माँ
तू स्वर की देवी है संगीत तुझसे, हर शब्द तेरा है हर गीत तुझसे
हम हैं अकेले हम हैं अधूरे, तेरी शरण में हमें प्यार दे माँ
हे शारदे माँ हे शारदे माँ......
माँ सरस्वती की कृपा आप सभी पर सदैव बनी रहे. आप सभी को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें.....

विद्या की देवी भगवती सरस्वती

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥1

जो विद्या की देवी भगवती सरस्वती कुन्द के फूल, चंद्रमा, हिमराशि और मोती के हार की तरह धवल वर्ण की है और जो श्वेत वस्त्र धारण करती है, जिनके हाथ में वीणा-दण्ड शोभायमान है, जिन्होंने श्वेत कमलों पर आसन ग्रहण किया है तथा ब्रह्मा विष्णु एवं शंकर आदि देवताओं द्वारा जो सदा पूजित हैं, वही संपूर्ण जड़ता और अज्ञान को दूर कर देने वाली सरस्वती हमारी रक्षा करें ॥1॥
शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्‌।
हस्ते स्फाटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्‌
वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्‌॥2॥
शुक्लवर्ण वाली,संपूर्ण चराचर जगत्‌ में व्याप्त, आदिशक्ति, परब्रह्म के विषय में किए गए विचार एवं चिंतन के सार रूप परम उत्कर्ष को धारण करने वाली, सभी भयों से भयदान देने वाली, अज्ञान के

ंधेरे को मिटाने वाली, हाथों में वीणा, पुस्तक और स्फटिक की माला धारण करने वाली और पद्मासन पर विराजमान्‌ बुद्धि प्रदान करने वाली, सर्वोच्च ऐश्वर्य से अलंकृत, भगवती शारदा (सरस्वती देवी) की मैं वंदना करता
हूं

एजुकेशन न्यूज़ ग्रुप

बुधवार, 30 सितंबर 2015

रूह महका देते हैं….।

हँसते हुए लोगो की संगत
तो
इत्र की दुकान जैसे होती है ।

कुछ ना खरीदो,
फिर भी रूह महका देते हैं….।

रहे समीप बङेन के,


रहे समीप बङेन के, होत बङो हित मेल।
सबही जानत बढत है, वृक्ष बराबर बेल।।
भावार्थ
बङों अर्थात गुणी लोगों के साथ रहने से बङा लाभ होता है वे अपने ज्ञान एवम् सरलता से सदैव हमारा कल्याण ही करते है जिस प्रकार बेल पेङ का सहारा लेकर पेङ जितनी बङी हो जाती है उसी प्रकार सज्जन पुरूषों का साथ पाकर साधरण से मनुष्य में भी उच्चता के भाव विकसित हो जाते हैं
चिंता विघन विनाशनी, कमलाशनी सगत ।
बीस हथी हंस वाहिनी, माता देहू सुमत्त।।
अापका दिन मंगलमय हो ईश्वर की सदैव आप पर कृपा बनी रहे

लोग गिराने कि फिराक में रहते हैं।

जब चलना नहीं आता था तो लोग बार बार चलना सीखाते थे,

अब जब चलना सीख गए तो हर कदम पर लोग गिराने कि फिराक में रहते हैं।।

समन्दर नहीं सूखा करते..

बस यही सोच कर
हर मुश्किलो से लड़ता आया हूँ,

धूप कितनी भी तेज़ हो
समन्दर नहीं सूखा करते..

मरने के बाद भी जीना चाहो

अगर मरने के बाद भी जीना चाहो तो एक काम जरूर करना......
पढने लायक कुछ लिख जाना या लिखने लायक कुछ कर जाना...

कोई इतना अमीर नही,

कोई इतना अमीर नही, की अपना पुराना वक्त खरीद सके । …कोई इतना गरीब नही, की अपना आने वाला वक्त न बदल सके ।

फितरत छोटे छोटे कामो से

इंसान की फितरत छोटे छोटे कामो से पता चलती
है,

क्योंकि बड़े काम तो वो बहुत सोच समझ के करता
है...!!

यही जिंदगी है

नदी का पानी मीठा होता है क्योंकि वो देती रहती है।
सागर का पानी खारा होता है क्योंकि वो हमेशा लेता रहता है।
नाले का पानी हमेशा दुर्गंध देता है क्योंकि वो रूका हुआ होता है।

यही जिंदगी है

देते रहोगे तो सबको मीठे लगोगे ।
लेते रहोगे तो खारे लगोगे।
और अगर रुक गये तो सबको बेकार लगोगे।.....

मंगलवार, 29 सितंबर 2015

दृष्टिकोण

रिश्ते खराब होने की एक
वजह येभी है,
कि लोग
अक्सर टूटना पसंद करते
है पर झुकना नहीं!
हमें स्कूल में त्रिकोण, चौकोण, लघुकोण, समकोण, षटकोण इत्यादी सब पढ़ाया जाता है..
...पर...
जो जीवन में हमेशा उपयोगी है वो कभी पढ़ाया नही जाता....
.. वो है..
दृष्टिकोण.

Keep ur thought positive,      


Keep ur thought positive,                 They become ur words                                  Keep ur word positive, 
They become ur action                     keep ur action positive, They become ur destiny                     
Good Morning

how far we can fly!


Until we spread our wings..We will have no idea how far we can fly!
Life is not about finding ourself.
Life is about creating ourself .
Don’t try to force your life to be perfect.
Live your life and discover the perfectness in everyday…
Good Morning ...
Have a nice day

Zindagi ke rahoon me

Zindagi ke rahoon me aise bhi mod aate hain,
jab saawan ke saath pat-jhhad bhi aate hain.
Are aansu ke saagar me moti bhi milte hain,
jo unhe dhoond lete he hain, wahi zindagi jee lete hain.

दर्द ने पाला होगा..

"जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा...,
जो चल रहा है, उसके पाँव में छाला होगा...,
बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता, यारों...,
जो जलेगा उसी दिये में तो, उजाला होगा...।"

Life is like a dice

Life is like a dice. No matter in which direction it rolls, but, it will surely take us some steps forward.

जीवन पासे के खेल के समान होता है, यह किसी भी दिशा में, कैसे भी घूमे, किन्तु हमें निश्चित ही कुछ कदम आगे ले जायेगा।

शुभ दिन हो...

और कितना वक़्त लगेगा

इस दुनिया मे कोई किसी का
हमदर्द नहीं होता,

लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पुछ्ते हैं।

"और कितना वक़्त लगेगा"

आदते अलग हैं हमारी

आदते अलग हैं हमारी दुनिया वालो से,
        कम दोस्त रखते हैं मगर
           लाजवाब रखते हैं
                  क्योंकी
" बेशक हमारी माला छोटी है
      पर फूल उसमे सारे
         गुलाब रखते हैं -------"

मक्खी

सत्य वचन

किसी की बुराई तलाश करने वाले
इंसान की मिसाल उस "मक्खी" सी है
जो सारे खूबसूरत जिस्म को छोड़कर
केवल जख्म पर ही बैठती है....

कर्मों की आवाज

"कर्मों की आवाज़
      शब्दों से भी ऊँची होती है...!
"दूसरों को नसीहत देना
      तथा आलोचना करना
             सबसे आसान काम है।
सबसे मुश्किल काम है
        चुप रहना और
              आलोचना सुनना...!!"
"यह आवश्यक नहीं कि
       हर लड़ाई जीती ही जाए।
आवश्यक तो यह है कि
   हर हार से कुछ सीखा जाए

मौन

     परिश्रम करने से कभी
      निर्धनता नहीं रहती ।

      धर्म करने से कभी पाप
      नहीं रहता ।

     और मौन रहने से कभी
      कलह नहीं होती ।

       

न कर्मणामनारम्भान् नैष्कर्म्यं पुरुषोऽश्नुते।

न कर्मणामनारम्भान्
नैष्कर्म्यं पुरुषोऽश्नुते।
न च संन्यसनादेव
सिद्धिं समधिगच्छति॥३-४॥
अर्थ-   मनुष्य न तो कर्मों का आरंभ किए बिना निष्कर्मता (जिस अवस्था को प्राप्त हुए पुरुष के कर्म अकर्म हो जाते हैं अर्थात् फल उत्पन्न नहीं कर सकते, उस अवस्था का नाम 'निष्कर्मता' है।) को (या योगनिष्ठा) को प्राप्त होता है और न कर्मों के केवल त्यागमात्र से सिद्धि (या सांख्यनिष्ठा) को ही प्राप्त होता है॥4॥

अनपेक्षः शुचिर्दक्ष उदासीनो गतव्यथः।

अनपेक्षः शुचिर्दक्ष उदासीनो गतव्यथः।
सर्वारम्भपरित्यागी यो मद्भक्तः स मे प्रियः॥
भावार्थ : जो पुरुष आकांक्षा से रहित, बाहर-भीतर से शुद्ध , चतुर, पक्षपात से रहित और दुःखों से छूटा हुआ है- वह सब आरम्भों का त्यागी मेरा भक्त मुझको प्रिय है.
॥श्रीमद भगवतगीताअध्याय - १२ -श्लोक १६ ll

अरथ धरम कामादिक चारी।

अरथ धरम कामादिक चारी। कहब ग्यान बिग्यान बिचारी॥
नव रस जप तप जोग बिरागा। ते सब जलचर चारु तड़ागा॥5॥
भावार्थ:-अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष- ये चारों, ज्ञान-विज्ञान का विचार के कहना, काव्य के नौ रस, जप, तप, योग और वैराग्य के प्रसंग- ये सब इस सरोवर के सुंदर जलचर जीव हैं॥

इतनी कृपा सांवरे बनाये रखना

इतनी कृपा सांवरे बनाये रखना !
मरते दम तक सेवा में लगाये रखना !

मे तेरा तू मेरा स्वामी मे राजी तू राजी !
तेरे हाथ में लिख दी मेने इस जीवन की बाजी !
लाज तूम्हारे हाथ मे बचाये रखना !
मरते दम तक सेवा मे लगाये रखना !

जय श्री श्याम

तीन पेज की पुस्तक

ज़िंदगी एक तीन पेज की पुस्तक की तरह है,
पहला और अंतिम पेज भगवान ने लिख दिया है,
पहला पेज जन्म और अंतिम पेज मृत्यु,
बीच के पेज को भरना है प्यार, विश्वास और मुस्कुराहट से !!

सोना बना लो।

वक़्त आपका है,
चाहे तो सोना बना लो।

और चाहे तो सोने में गुज़ार दो...!!

पसीने की स्याही से जो लिखते हैं अपने ईरादो को,  उनके मुकद्दर के पन्नें कभी कोरे नहीं होते!!

जो हँस रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा.....
जो चल रहा है, उसके पाँव में छाला होगा.

बिना संघर्ष के इन्सांन चमक नही सकता.
जो जलेगा उसी दिए में , उजाला होगा.

" दर्द  "
सभी  इंसानो  मे है
मगर ... 
कोई  दिखाता है  तो ...
कोई  छुपाता है .....

" हमसफर "
सभी  है  मगर ...
कोई  साथ  देता है  तो ...
कोई  छोड  देता है .....

" प्यार  "
सभी  करते  है  मगर ...
कोई  दिल  से  करता  है  तो ...
कोई  दिमाग  सें  करता  है

" दोस्ती  "
सभी  करते  है  मगर ...
कुछ लोग  निभाते है ..
कुछ  लोग आजमाते है
         
" रिश्ता  "
कई लोगों  से  होता  है , मगर ...
कोई  प्यार  से  निभाता  है  तो ...
कोई  नफरत  से  निभाता  है ..

" अहसास  "
सबको  होता  है  मगर ...
कोई  मेहसूस  करता  है  तो ...
कोई  समज नही पाता .

" जिंदगी "
सभी  जीते  है , मगर ...
कोई  सबकुछ आने के  बाद  भी  दुखी  रहते है , 
तो कोई  लुटाके खुश  रहते है .

नफ़रतो के इस दौर मे..
चार लोगो से रिश्ता बना के रखना...
सुना है लाश को
शमशान तक दौलत नहीं ले जाती...

अंदाज़ कुछ अलग हैं मेरे सोचने का,

अंदाज़ कुछ अलग हैं मेरे सोचने का,
सब को मंजिल का शौक है और मुझे
सही रास्तों का ..
ये दुनिया इसलिए बुरी नही के यहाँ बुरे
लोग ज्यादा है।
बल्कि इसलिए बुरी है कि यहाँ अच्छे
लोग खामोश है..!

सोमवार, 28 सितंबर 2015

'मत' भेद कभी भी 'मन' भेद नहीं बनने चाहिए ।

समर्थन और विरोध केवल
विचारों का होना चाहिये
किसी व्यक्ति का नहीं..
क्योंकि
अच्छा व्यक्ति भी गलत विचार
रख सकता है और किसी बुरे
व्यक्ति का भी कोई विचार
सही हो सकता है ।

'मत' भेद कभी भी 'मन' भेद
नहीं बनने चाहिए ।

दीपक बोलता नहीं

दीपक बोलता नहीं उसका
प्रकाश अपना परिचय देता है ।
        ठीक उसी प्रकार
आप अपने बारे में कुछ न बोले,
बढ़िया कर्म और अच्छा कार्य करे
वही आपका परिचय देगा ।।
      

"चंदन" "वंदन"

"चंदन" से "वंदन" ज्यादा शीतल होता हैे,"योगी" होने के बजाय "उपयोगी" होना ज्यादा अच्छा हैे,

"प्रभाव" अच्छा होने के बजाय  "स्वभाव" अच्छा होना ज्यादा जरूरी है। !

इंसान की समझ

इंसान की समझ बस इतनी है।
जब उसे जानवर कहा जाये तो वो नाराज़ हो जाता है।
और जब उसे शेर कहा जाये तो खुश हो जाता है।
हालाँकि शेर भी जानवर ही होता है।

रविवार, 27 सितंबर 2015

उड़ते हुए गुब्बारे

एक उड़ते हुए गुब्बारे पे क्या खूब लिखा था
" वो जो बाहर है वह नहीं,
वह जो भीतर है
वही आपको ऊपर ले जाता है !!!

शनिवार, 26 सितंबर 2015

झूठी तारीफ

मनुष्य की सबसे बड़ी विडम्बना.....

उसे झूठी तारीफ सुनकर
      बरबाद होना तो पसंद है,

सच्ची आलोचना सुनकर
      सम्भलना नहीं।        

सिक्के हमेशा आवाज करते हैं

सिक्के हमेशा आवाज करते हैं मगर नोट हमेशा खामोश रहते हैं ।
इसलिए,
जब आपकी कीमत बढ़े तो शांत रहिए ।
अपनी हैसियत का शोर मचाने का जिम्मा आपसे कम कीमत वालों के लिए है।।

शुक्रवार, 25 सितंबर 2015

पसंद

किसी ने क्या खूब लिखा है :
" मैं " पसंद तो बहुत हूँ सबको,
पर......
जब उनको मेरी ज़रुरत होती तब..!

बुधवार, 23 सितंबर 2015

‘एक बार फिर प्रयास करो’

जब दुनिया यह कह्ती है कि
‘हार मान लो’
तो आशा धीरे से कान में कह्ती है कि.
‘एक बार फिर प्रयास करो’
और यह ठीक भी है.
“जिंदगी आईसक्रीम की तरह है, टेस्ट करो तो भी पिघलती है;.
वेस्ट करो तो भी पिघलती है,
इसलिए जिंदगी को टेस्ट करना सीखो,
वेस्ट तो हो ही रही है.
“Life is very beautiful”.

मंगलवार, 22 सितंबर 2015

आप अकेले बोल तो सकते है

आप अकेले बोल तो सकते है,
परन्तु बातचीत नहीं कर सकते।
आप अकेले आनंदीत हो सकते है,
परन्तु उत्सव नहीं मना सकते।
अकेले आप मुस्करा तो सकते है,
परन्तु हर्षोल्हास नहीं मना सकते।
हम सब एक दुसरे के बिना कुछ नहीं है।
यही तो रिश्तों की खुबसुरती है।

सोमवार, 21 सितंबर 2015

ज़िंदगी एक तीन पेज की पुस्तक

ज़िंदगी एक तीन पेज की पुस्तक
की तरह है,
पहला और अंतिम पेज भगवान ने लिख दिया है,
पहला पेज जन्म और अंतिम पेज मृत्यु,
बीच के पेज को भरना है प्यार, विश्वास और मुस्कुराहट से !!

सेवा करनी है तो, घड़ी मत देखो !

बहुत सुन्दर शब्द जो एक मंदिर के दरवाज़े पर लिखे थे :
"सेवा करनी है तो, घड़ी मत देखो !
प्रसाद लेना है तो, स्वाद मत देखो !
सत्संग सुनाना है तो, जगह मत देखो !
बिनती करनी है तो, स्वार्थ मत देखो !
समर्पण करना है तो, खर्चा मत देखो !
रहमत देखनी है तो, जरूरत मत देखो !!

"जीत" किसके लिए,
'हार' किसके लिए,
'ज़िंदगी भर' ये 'तकरार' किसके लिए..
जो भी 'आया' है वो 'जायेगा' एक दिन यहाँ से , फिर ये इंसान को इतना "अहंकार" किसके लिए..

रविवार, 20 सितंबर 2015

मेरे ईश्वर       किस्मत पर नाज़ है तो वजह


                 मेरे ईश्वर
      किस्मत पर नाज़ है तो वजह
                 तेरी रहमत..
       खुशियां जो पास है तो वजह
                  तेरी रहमत..
         मेरे अपने मेरे साथ है तो
            वजह तेरी रहमत...
        मैं तुझसे मोहब्बत की तलब
               कैसे न करूँ....
       चलती जो ये सांस है तो वजह
               तेरी रहमत.

    

बोल मीठे ना हों तो

                बोल मीठे ना हों तो
                    हिचकियाँ भी
                    नही आती....
               घर बड़ा हो या छोटा
                        अगर
                 मिठास ना हो तो
                  इन्सान क्या....
                 चींटियां भी नही
                     आती

             

बहुत सुन्दर सन्देश

बहुत सुन्दर सन्देश

खुश रहा करो, क्यों कि
परेशान होने से कल की
मुश्किल दूर नहीं होती।,,

बल्कि आज का सुकून भी
चला जाता है,,,!

वक्त हर वक्त को बदल देता है सिर्फ वक्त को थोडा वक्त दो....

  आपका दिन मंगलमय हो

शनिवार, 19 सितंबर 2015

मुसीबत' और 'ख़ुशी'

मुसीबत' और 'ख़ुशी' बिना किसी अपॉइंटमेंट के आ जाती है।
इसलिए अपने आप को इतना तैयार रखो कि मुसीबत के समय 'होश' और 'ख़ुशी' के समय 'जोश' कायम रहे।
जय श्री कृष्णा।