‘श्रद्धा’ ज्ञान देती हैं,
‘नम्रता’ मान देती हैं,
और
‘योग्यता’ स्थान देती है !
पर तीनो मिल जाए तो..
व्यक्ति को हर जगह ‘सम्मान’ देती हैं....✍
Collection of spritual religious and moral pious thoughts sayings quotations good morning afternoon night messages धार्मिक नैतिक आध्यात्मिक विचार सन्देश शुभ प्रभात रात्रि
‘श्रद्धा’ ज्ञान देती हैं,
‘नम्रता’ मान देती हैं,
और
‘योग्यता’ स्थान देती है !
पर तीनो मिल जाए तो..
व्यक्ति को हर जगह ‘सम्मान’ देती हैं....✍
BHAGWAD GITA IN ONE Sentence per chapter
Chapter 1 :
Wrong thinking is the only problem in life
Chapter 2 :
Right knowledge is the ultimate solution to all our problems
Chapter 3 :
Selflessness is the only way to progress and prosperity
Chapter 4 :
Every act can be an act of prayer
Chapter 5 :
Renounce the ego of individuality and Rejoice in the Bliss of Infinity
Chapter 6 :
Connect to the Higher ConsciousNess Daily
Chapter 7 :
Live what you learn
Chapter 8 :
Never give up on yourself
Chapter 9 :
Value your blessings
Chapter 10 :
See divinity all around
Chapter 11 :
Have enough surrender to see the Truth as it is
Chapter 12 :
Absorb your mind in the Higher
Chapter 13 :
Detach from Maya and Attach to Divine
Chapter 14 :
Live a lifestyle that matches your vision
Chapter 15 :
Give priority to Divinity
Chapter 16 :
Being good is a reward in itself
Chapter 17 :
Choosing the right over the pleasant is a sign of power
Chapter 18 :
Let Go, Lets move to Union with God!
किनारे पर बैठे के समंदर को दोष देते है,
डूब जाते हैं तो मुकदर को दोष देते है.
सम्भल कर खुद नही चलते...
गिर जाते हैं तो पत्थर को दोष देते है..
Thought of the day:
Hurting someone is as easy as like Plucking a Leaf from Tree, But Making someone HAPPY is like Growing a Tree. It takes lot of Time, Care & Patience!
Good Day Ahead
जिंदगी में यदि कोई आपसे ये पूछे "क्या खोया और क्या पाया "है???...
तो पुरे विश्वास के साथ कहना कि
जो गाजर के हलुवे में डालते है वो खोया है
और
जो खटिया मे नीचे चार डंडे खडे है वो पाया है
हमेशा भावुक होने की जरूरत नहीं
शिष्टाचार कहता है कि किसी स्त्री
से उसकी उम्र और किसी पुरुष से
उसकी आय नहीं
पूछनी चाहिए ...
शायद इसके पीछे एक खूबसूरत अंतर्दृष्टि छुपी है कि....
कोई स्त्री कभी स्वंय के लिए नहीं जीती
और
कोई पुरुष
कभी स्वंय के लिए नहीं कमाता ।।।
जिंदगी मे हम कितने सही
और कितने गलत है
ये सिर्फ दो ही शक्स
जानते है
ईश्वर और अपनी
अन्तरआत्मा
और
हैरानी की बात है
कि दोनो ही नजर नहीं आते
....सुप्रभात
क्या खुब लिखा है...
पायल हज़ारो रूपये में आती है पर पैरो में पहनी जाती है... और... बिंदी 1 रूपये में आती है मगर माथे पर सजाई जाती है... इसलिए कीमत मायने नहीं रखती उसका कृत्य मायने रखता हैं...
एक किताबघर में पड़ी गीता और कुरान आपस में कभी नहीं लड़ते... और जो उनके लिए लड़ते हैं वो कभी उन दोनों को नहीं पढ़ते...
नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है... मिठी बात करने वाले तो चापुलुस भी होते है... इतिहास गवाह है की आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं पड़े... और मिठाई में तो अक़्सर कीड़े पड़ जाया करते है...
अच्छे मार्ग पर कोई व्यक्ति नही जाता पर बुरे मार्ग पर सभी जाते है... इसीलिये दारू बेचने वाला कही नही जाता... पर दूध बेचने वाले को घर, गली -गली , कोने- कोने जाना पड़ता है... और दूघ वाले से बार -बार पूछा जाता है कि पानी तो नही डाला... पर दारू मे खुद हाथो से पानी मिला-मिला पीते है...
वाह रे दुनियाँ और दुनियाँ की रीत...
"हम कड़वी गोली को
जल्दी से गटक जाते हैं..!
परंतु मीठी चॉकलेट को
खूब चबा कर खाते हैं।"
इसी तरह जीवन में..
बुरे समय को जल्दी भूलें।
और अच्छे समय का
खूब आनंद उठायें.!!"
‘मीठा झूठ’ बोलने से अच्छा है...‘कड़वा सच’ बोला जाए...
इससे आपको ‘सच्चे दुश्मन’ जरूर मिलेंगे...लेकिन ‘झूठे दोस्त’ नहीं...
""..एक व्यक्ति ने भगवन से पुछा,,
"""...तुझे कैसे रिझाऊं मैं,,
""...कोई वस्तु नहीं ऐसी जिसे तुझ पर चढाऊं मैं...!!
""भगवान ने उत्तर दिया""
""...संसार की हर वस्तु तुझे मैनें दी है।।
""...तेरे पास अपनी चीज सिर्फ तेरा "अहंकार" है,,
"""...जो मैनें नहीं दिया..""
""..उसी को तूं मेरे "अर्पण" कर दे,,,
""तेरा जीवन सफल हो जाएगा"" सुप्रभात्
अक्षय तृतीया जो इस वर्ष 9May को है उसका महत्व क्यों है जानिए कुछ महत्वपुर्ण जानकारी
- आज ही के दिन माँ गंगा का अवतरण धरती पर हुआ था ।
-महर्षी परशुराम का जन्म आज ही के दिन हुआ था ।
-माँ अन्नपूर्णा का जन्म भी आज ही के दिन हुआ था
-द्रोपदी को चीरहरण से कृष्ण ने आज ही के दिन बचाया था ।
- कृष्ण और सुदामा का मिलन आज ही के दिन हुआ था ।
- कुबेर को आज ही के दिन खजाना मिला था ।
-सतयुग और त्रेता युग का प्रारम्भ आज ही के दिन हुआ था ।
-ब्रह्मा जी के पुत्र अक्षय कुमार का अवतरण भी आज ही के दिन हुआ था ।
- प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्री बद्री नारायण जी का कपाट आज ही के दिन खोला जाता है ।
- बृंदावन के बाँके बिहारी मंदिर में साल में केवल आज ही के दिन श्री विग्रह चरण के दर्शन होते है अन्यथा साल भर वो बस्त्र से ढके रहते है ।
- इसी दिन महाभारत का युद्ध समाप्त हुआ था ।
- अक्षय तृतीया अपने आप में स्वयं सिद्ध मुहूर्त है कोई भी शुभ कार्य का प्रारम्भ किया जा सकता है
ॐ नमः पार्वतीय पतये हर हर महादेव
जय श्री महाकाल
"जीवन" में "तकलीफ़" उसी को आती है, जो हमेशा "जवाबदारी" उठाने को तैयार रहते है,
और ...
जवाबदारी लेने वाले कभी हारते नही,
या तो "जीतते" है, या फिर "सिखते" है...!!
जय श्री कृष्णा
If you really want to do something, you'll find a way; if you don't, you'll find an excuse.
Your action for today is to take something you have been making excuses for not doing, and either do it or stop saying you want to do
it!
✫*¨`*✶♪.¸¸.✻✿
AFFIRMATION FOR TODAY
" Everything that I start is a huge success. I excel in everything that I do."
Good Morning! Have an Extraordinary day!
शब्द मुफ्त में मिलते है....
लेकिन
उनके चयन पर निर्भर करता है... कि
उसकी कीमत मिलेगी
या
चुकानी पड़ेगी....
जन्म से ना तो कोई "दोस्त"
पैदा होता है और ना ही "दुश्मन"
वह तो हमारे घमंड,ताकत या व्यवहार से
कोई एक बन जाता है.
* "बुराई " करना रोमिंग की तराह है.
-
* करो तो भी चार्ज लगता है और सुनो तो भी चार्ज लगता है.
-
* और...
- * "नेकी" करना LIC की तराह है.
-
* जिंदगी के साथ भी.
* जिंदगी के बाद भी.
दिन की शुरूआत में हमें लगता है जिंदगी में पैसा बहुत ज़रूरी है,
पर दिन ढलने पर समझ आता है, जिंदगी में शांति अधिक ज़रूरी है।
हमेशा..
बदलते तो इंसान है ,
"वक्त" का नाम तो बस ..
एक बहाना है...!!
लोहा नरम होकर औजार बन जाता है,
सोना नरम होकर जेवर बन जाता है !
मिट्टी नरम होकर खेत बन जाती है,
आटा नरम होता है तो रोटी बन जाती है !
ठीक इसी तरह अगर इंसान भी नरम हो जाये तो लोगो की दिलों मे अपनी जगह बना लेता है !
सदैव बेहतर की उम्मीद करे ।
अच्छी बात सच्ची बात
"जिस प्रकार नींबू के रस की एक बूँद हज़ारों लीटर दूध को बर्बाद कर देती है,
उसी प्रकार मनुष्य का अहंकार भी अच्छे से अच्छे संबंधों को बर्बाद कर देता है।"
पानी ने दूध से मित्रता की और उसमे समा गया..
जब दूध ने पानी का समर्पण देखा तो उसने कहा-
मित्र तुमने अपने स्वरुप का त्याग कर मेरे स्वरुप को धारण किया है....
अब मैं भी मित्रता निभाऊंगा और तुम्हे अपने मोल बिकवाऊंगा।
दूध बिकने के बाद
जब उसे उबाला जाता है तब पानी कहता है..
अब मेरी बारी है मै मित्रता निभाऊंगा
और तुमसे पहले मै चला जाऊँगा..
दूध से पहले पानी उड़ता जाता है
जब दूध मित्र को अलग होते देखता है
तो उफन कर गिरता है और आग को बुझाने लगता है,
जब पानी की बूंदे उस पर छींट कर उसे अपने मित्र से मिलाया जाता है तब वह फिर शांत हो जाता है।
पर
इस अगाध प्रेम में..
थोड़ी सी खटास-
(निम्बू की दो चार बूँद)
डाल दी जाए तो
दूध और पानी अलग हो जाते हैं..
थोड़ी सी मन की खटास अटूट प्रेम को भी मिटा सकती है।
रिश्ते में..
खटास मत आने दो॥
"क्या फर्क पड़ता है,
हमारे पास कितने लाख,
कितने करोड़,
कितने घर,
कितनी गाड़ियां हैं,
खाना तो बस दो ही रोटी है।
जीना तो बस एक ही ज़िन्दगी है।
I
फर्क इस बात से पड़ता है,
कितने पल हमने ख़ुशी से बिताये,
कितने लोग हमारी वजह से खुशी से जीए।
तेरा मेरा करते एक दिन चले जाना है,
जो भी कमाया यही रह जाना है !
करलो कुछ अच्छे कर्म,
साथ यही आपके जाना है !
रोने से तो आंसू भी पराये हो जाते हैं,
लेकिन मुस्कुराने से...
पराये भी अपने हो जाते हैं !
मुझे वो रिश्ते पसंद है,
जिनमें "अहम" नही " मैं " नहीं केवल "हम " हो !!
व्यक्ति 'साधनों' से नहीं 'साधना' से श्रेष्ठ बनता है,
व्यक्ति 'भवनों' से नहीं 'भावना' से श्रेष्ठ बनता है,
व्यक्ति 'उच्चारण' से नहीं 'उच्चआचरण' से श्रेष्ठ बनता है।
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•२००० square फीट के घर में
सिर्फ २०० फीट में हम रहते है । ....और
•बाकि के १८०० फीट में
हमारा अहंकार रहता है ॥
"वक्त" और "दौलत" के बीच का
सबसे बड़ा अंतर....
•आपको हर "वक्त" पता होता है कि
आपके पास कितनी "दौलत" है । ....लेकिन
•आप यह बिल्कुल भी नही जानते कि
आपके पास कितना ''वक्त"है ॥
•पायल हज़ारो रूपये में आती है,
पर पैरो में पहनी जाती है । ....और
•बिंदी 2 रूपये में आती है,
मगर माथे पर सजाई जाती है ॥
•इसलिए कींमत मायने नहीं रखती,
उसका मान मायने रखता हैं ॥
•एक किताबघर में पड़ी गीता और कुरान आपस में कभी नहीं लड़ते ।
•और जो उनके लिए लड़ते हैं वो
कभी उन दोनों को नहीं पढ़ते ॥
•नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है,
मीठी बात करने वाले तो चापलूस भी होते है ।
•इतिहास गवाह है की आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं पड़े । ....और
•मिठाई में अक़्सर कीड़े पड जाया करते है ॥
•विज्ञान कहता है:
“जीभ पर लगी चोट
सबसे जल्दी ठीक होती है ।" ....और
•ज्ञान कहता है:
“जीभ से लगी चोट कभी ठीक नहीं होती … !!!
"Your Competitors can Copy Your Work, Your Style Or
Your Procedure.
But..
None can Copy your Passion.
If you hold it Firmly,
The world is Yours.!
Always Be Passionate.!"
भाग्य से जितना अधिक उम्मीद करेंगे वह उतना ही निराश करेगा।
कर्म में विश्वास रखें, आपको अपनी अपेक्षाओं से सदैव अधिक मिलेगा।
शिव अनादि है,शिव भगवंत है.....
शिव ओमकार है,शिव ब्रम्ह है.....
शिव शक्ति है,शिव भक्ति है.....
आज भगवान शिव का नमन करे., अभिषेक करें....
उनका आशीर्वाद हमेशा हम पर बना रहे....
महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं-बधाईयाँ।।
जय भोलेनाथ ..
जय जय शिव शंकर.
ऊँ नम:शिवाय
प्रभू का पत्र
मेरे प्रिय...
सुबह तुम जैसे ही सो कर उठे, मैं तुम्हारे बिस्तर के पास ही खड़ा था। मुझे लगा कि तुम मुझसे कुछ बात
करोगे। तुम कल या पिछले हफ्ते हुई किसी बात या घटना के लिये मुझे धन्यवाद कहोगे। लेकिन तुम फटाफट चाय पी कर तैयार होने चले गए और मेरी तरफ देखा भी नहीं!!!
फिर मैंने सोचा कि तुम नहा के मुझे याद करोगे। पर तुम इस उधेड़बुन में लग गये कि तुम्हे आज कौन से कपड़े पहनने है!!!
फिर जब तुम जल्दी से नाश्ता कर रहे थे और अपने ऑफिस के कागज़ इक्कठे करने के लिये घर में इधर से उधर दौड़ रहे थे...तो भी मुझे लगा कि शायद अब तुम्हे मेरा ध्यान आयेगा,लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
फिर जब तुमने आफिस जाने के लिए ट्रेन पकड़ी तो मैं समझा कि इस खाली समय का उपयोग तुम मुझसे बातचीत करने में करोगे पर तुमने थोड़ी देर पेपर पढ़ा और फिर खेलने लग गए अपने मोबाइल में और मैं खड़ा का खड़ा ही रह गया।
मैं तुम्हें बताना चाहता था कि दिन का कुछ हिस्सा मेरे साथ बिता कर तो देखो,तुम्हारे काम और भी अच्छी तरह से होने लगेंगे, लेकिन तुमनें मुझसे बात
ही नहीं की...
एक मौका ऐसा भी आया जब तुम
बिलकुल खाली थे और कुर्सी पर पूरे 15 मिनट यूं ही बैठे रहे,लेकिन तब भी तुम्हें मेरा ध्यान नहीं आया।
दोपहर के खाने के वक्त जब तुम इधर-
उधर देख रहे थे,तो भी मुझे लगा कि खाना खाने से पहले तुम एक पल के लिये मेरे बारे में सोचोंगे,लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
दिन का अब भी काफी समय बचा था। मुझे लगा कि शायद इस बचे समय में हमारी बात हो जायेगी,लेकिन घर पहुँचने के बाद तुम रोज़मर्रा के कामों में व्यस्त हो गये। जब वे काम निबट गये तो तुमनें टीवी खोल लिया और घंटो टीवी देखते रहे। देर रात थककर तुम बिस्तर पर आ लेटे।
तुमनें अपनी पत्नी, बच्चों को शुभरात्रि कहा और चुपचाप चादर ओढ़कर सो गये।
मेरा बड़ा मन था कि मैं भी तुम्हारी दिनचर्या का हिस्सा बनूं...
तुम्हारे साथ कुछ वक्त बिताऊँ...
तुम्हारी कुछ सुनूं...
तुम्हे कुछ सुनाऊँ।
कुछ मार्गदर्शन करूँ तुम्हारा ताकि तुम्हें समझ आए कि तुम किसलिए इस धरती पर आए हो और किन कामों में उलझ गए हो, लेकिन तुम्हें समय
ही नहीं मिला और मैं मन मार कर ही रह गया।
मैं तुमसे बहुत प्रेम करता हूँ।
हर रोज़ मैं इस बात का इंतज़ार करता हूँ कि तुम मेरा ध्यान करोगे और
अपनी छोटी छोटी खुशियों के लिए मेरा धन्यवाद करोगे।
पर तुम तब ही आते हो जब तुम्हें कुछ चाहिए होता है। तुम जल्दी में आते हो और अपनी माँगें मेरे आगे रख के चले जाते हो।और मजे की बात तो ये है
कि इस प्रक्रिया में तुम मेरी तरफ देखते
भी नहीं। ध्यान तुम्हारा उस समय भी लोगों की तरफ ही लगा रहता है,और मैं इंतज़ार करता ही रह जाता हूँ।
खैर कोई बात नहीं...हो सकता है कल तुम्हें मेरी याद आ जाये!!!
ऐसा मुझे विश्वास है और मुझे तुम
में आस्था है। आखिरकार मेरा दूसरा नाम...आस्था और विश्वास ही तो है।
.
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.
तुम्हारा ईश्वर...
Life is Made up of Moments.
Moments Create Days,
Days Create Months,
Months Create Years,
Years Create LIFE.
If U Lose d Moment,U lose d Life
!! Su-Prabhat !!
आँखे बन्द करके जो प्रेम करे वो 'प्रेमिका' है ।
आँखे खोल के जो प्रेम करे वो 'दोस्त' है ।।
आँखे दिखा के जो प्रेम करे वो 'पत्नी' है ।
अपनी आँखे बंद होने तक जो प्रेम करे वो 'माँ' है ।।
परन्तु आँखों में प्रेम न जताते हुये भी जो प्रेम करे वो 'पिता' है.....
यदि सफलता एक सुन्दर पुष्प है तो विनम्रता उसकी सुगन्ध।
जिंदगी में जो चाहो हासिल कर लो, बस इतना ख्याल रखना कि, आपकी मंजिल का रास्ता, लोगो के दिलों को तोड़ता हुआ न गुजरे
"अच्छी सोच"
"अच्छा विचार"
"अच्छी भावना"
मन को हल्का करता है!
II राम राम सा II
आदमी
"साधनो" से नही "साधना" से महान बनता है।
"भवनो" से नही "भावना" से महान बनता है।
"उच्चारण" से नही " उच्च - आचरण" से महान बनता है।
स्नेह सदैव बना रहे...
☕
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
अज्ञानता से हमें तार दे माँ
तू स्वर की देवी है संगीत तुझसे, हर शब्द तेरा है हर गीत तुझसे
हम हैं अकेले हम हैं अधूरे, तेरी शरण में हमें प्यार दे माँ
हे शारदे माँ हे शारदे माँ......
माँ सरस्वती की कृपा आप सभी पर सदैव बनी रहे. आप सभी को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें.....
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥1
॥
जो विद्या की देवी भगवती सरस्वती कुन्द के फूल, चंद्रमा, हिमराशि और मोती के हार की तरह धवल वर्ण की है और जो श्वेत वस्त्र धारण करती है, जिनके हाथ में वीणा-दण्ड शोभायमान है, जिन्होंने श्वेत कमलों पर आसन ग्रहण किया है तथा ब्रह्मा विष्णु एवं शंकर आदि देवताओं द्वारा जो सदा पूजित हैं, वही संपूर्ण जड़ता और अज्ञान को दूर कर देने वाली सरस्वती हमारी रक्षा करें ॥1॥
शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्।
हस्ते स्फाटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्
वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्॥2॥
शुक्लवर्ण वाली,संपूर्ण चराचर जगत् में व्याप्त, आदिशक्ति, परब्रह्म के विषय में किए गए विचार एवं चिंतन के सार रूप परम उत्कर्ष को धारण करने वाली, सभी भयों से भयदान देने वाली, अज्ञान के
अ
ंधेरे को मिटाने वाली, हाथों में वीणा, पुस्तक और स्फटिक की माला धारण करने वाली और पद्मासन पर विराजमान् बुद्धि प्रदान करने वाली, सर्वोच्च ऐश्वर्य से अलंकृत, भगवती शारदा (सरस्वती देवी) की मैं वंदना करता
हूं
एजुकेशन न्यूज़ ग्रुप
हँसते हुए लोगो की संगत
तो
इत्र की दुकान जैसे होती है ।
कुछ ना खरीदो,
फिर भी रूह महका देते हैं….।
रहे समीप बङेन के, होत बङो हित मेल।
सबही जानत बढत है, वृक्ष बराबर बेल।।
भावार्थ
बङों अर्थात गुणी लोगों के साथ रहने से बङा लाभ होता है वे अपने ज्ञान एवम् सरलता से सदैव हमारा कल्याण ही करते है जिस प्रकार बेल पेङ का सहारा लेकर पेङ जितनी बङी हो जाती है उसी प्रकार सज्जन पुरूषों का साथ पाकर साधरण से मनुष्य में भी उच्चता के भाव विकसित हो जाते हैं
चिंता विघन विनाशनी, कमलाशनी सगत ।
बीस हथी हंस वाहिनी, माता देहू सुमत्त।।
अापका दिन मंगलमय हो ईश्वर की सदैव आप पर कृपा बनी रहे
जब चलना नहीं आता था तो लोग बार बार चलना सीखाते थे,
अब जब चलना सीख गए तो हर कदम पर लोग गिराने कि फिराक में रहते हैं।।
बस यही सोच कर
हर मुश्किलो से लड़ता आया हूँ,
धूप कितनी भी तेज़ हो
समन्दर नहीं सूखा करते..
अगर मरने के बाद भी जीना चाहो तो एक काम जरूर करना......
पढने लायक कुछ लिख जाना या लिखने लायक कुछ कर जाना...
कोई इतना अमीर नही, की अपना पुराना वक्त खरीद सके । …कोई इतना गरीब नही, की अपना आने वाला वक्त न बदल सके ।
इंसान की फितरत छोटे छोटे कामो से पता चलती
है,
क्योंकि बड़े काम तो वो बहुत सोच समझ के करता
है...!!
नदी का पानी मीठा होता है क्योंकि वो देती रहती है।
सागर का पानी खारा होता है क्योंकि वो हमेशा लेता रहता है।
नाले का पानी हमेशा दुर्गंध देता है क्योंकि वो रूका हुआ होता है।
यही जिंदगी है
देते रहोगे तो सबको मीठे लगोगे ।
लेते रहोगे तो खारे लगोगे।
और अगर रुक गये तो सबको बेकार लगोगे।.....
रिश्ते खराब होने की एक
वजह येभी है,
कि लोग
अक्सर टूटना पसंद करते
है पर झुकना नहीं!
हमें स्कूल में त्रिकोण, चौकोण, लघुकोण, समकोण, षटकोण इत्यादी सब पढ़ाया जाता है..
...पर...
जो जीवन में हमेशा उपयोगी है वो कभी पढ़ाया नही जाता....
.. वो है..
दृष्टिकोण.
Keep ur thought positive, They become ur words Keep ur word positive,
They become ur action keep ur action positive, They become ur destiny
Good Morning
Until we spread our wings..We will have no idea how far we can fly!
Life is not about finding ourself.
Life is about creating ourself .
Don’t try to force your life to be perfect.
Live your life and discover the perfectness in everyday…
Good Morning ...
Have a nice day
Zindagi ke rahoon me aise bhi mod aate hain,
jab saawan ke saath pat-jhhad bhi aate hain.
Are aansu ke saagar me moti bhi milte hain,
jo unhe dhoond lete he hain, wahi zindagi jee lete hain.
"जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा...,
जो चल रहा है, उसके पाँव में छाला होगा...,
बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता, यारों...,
जो जलेगा उसी दिये में तो, उजाला होगा...।"
Life is like a dice. No matter in which direction it rolls, but, it will surely take us some steps forward.
जीवन पासे के खेल के समान होता है, यह किसी भी दिशा में, कैसे भी घूमे, किन्तु हमें निश्चित ही कुछ कदम आगे ले जायेगा।
शुभ दिन हो...
इस दुनिया मे कोई किसी का
हमदर्द नहीं होता,
लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पुछ्ते हैं।
"और कितना वक़्त लगेगा"
आदते अलग हैं हमारी दुनिया वालो से,
कम दोस्त रखते हैं मगर
लाजवाब रखते हैं
क्योंकी
" बेशक हमारी माला छोटी है
पर फूल उसमे सारे
गुलाब रखते हैं -------"
सत्य वचन
किसी की बुराई तलाश करने वाले
इंसान की मिसाल उस "मक्खी" सी है
जो सारे खूबसूरत जिस्म को छोड़कर
केवल जख्म पर ही बैठती है....
"कर्मों की आवाज़
शब्दों से भी ऊँची होती है...!
"दूसरों को नसीहत देना
तथा आलोचना करना
सबसे आसान काम है।
सबसे मुश्किल काम है
चुप रहना और
आलोचना सुनना...!!"
"यह आवश्यक नहीं कि
हर लड़ाई जीती ही जाए।
आवश्यक तो यह है कि
हर हार से कुछ सीखा जाए
परिश्रम करने से कभी
निर्धनता नहीं रहती ।
धर्म करने से कभी पाप
नहीं रहता ।
और मौन रहने से कभी
कलह नहीं होती ।
न कर्मणामनारम्भान्
नैष्कर्म्यं पुरुषोऽश्नुते।
न च संन्यसनादेव
सिद्धिं समधिगच्छति॥३-४॥
अर्थ- मनुष्य न तो कर्मों का आरंभ किए बिना निष्कर्मता (जिस अवस्था को प्राप्त हुए पुरुष के कर्म अकर्म हो जाते हैं अर्थात् फल उत्पन्न नहीं कर सकते, उस अवस्था का नाम 'निष्कर्मता' है।) को (या योगनिष्ठा) को प्राप्त होता है और न कर्मों के केवल त्यागमात्र से सिद्धि (या सांख्यनिष्ठा) को ही प्राप्त होता है॥4॥
अनपेक्षः शुचिर्दक्ष उदासीनो गतव्यथः।
सर्वारम्भपरित्यागी यो मद्भक्तः स मे प्रियः॥
भावार्थ : जो पुरुष आकांक्षा से रहित, बाहर-भीतर से शुद्ध , चतुर, पक्षपात से रहित और दुःखों से छूटा हुआ है- वह सब आरम्भों का त्यागी मेरा भक्त मुझको प्रिय है.
॥श्रीमद भगवतगीताअध्याय - १२ -श्लोक १६ ll
अरथ धरम कामादिक चारी। कहब ग्यान बिग्यान बिचारी॥
नव रस जप तप जोग बिरागा। ते सब जलचर चारु तड़ागा॥5॥
भावार्थ:-अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष- ये चारों, ज्ञान-विज्ञान का विचार के कहना, काव्य के नौ रस, जप, तप, योग और वैराग्य के प्रसंग- ये सब इस सरोवर के सुंदर जलचर जीव हैं॥
इतनी कृपा सांवरे बनाये रखना !
मरते दम तक सेवा में लगाये रखना !
मे तेरा तू मेरा स्वामी मे राजी तू राजी !
तेरे हाथ में लिख दी मेने इस जीवन की बाजी !
लाज तूम्हारे हाथ मे बचाये रखना !
मरते दम तक सेवा मे लगाये रखना !
जय श्री श्याम
ज़िंदगी एक तीन पेज की पुस्तक की तरह है,
पहला और अंतिम पेज भगवान ने लिख दिया है,
पहला पेज जन्म और अंतिम पेज मृत्यु,
बीच के पेज को भरना है प्यार, विश्वास और मुस्कुराहट से !!
वक़्त आपका है,
चाहे तो सोना बना लो।
और चाहे तो सोने में गुज़ार दो...!!
पसीने की स्याही से जो लिखते हैं अपने ईरादो को, उनके मुकद्दर के पन्नें कभी कोरे नहीं होते!!
जो हँस रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा.....
जो चल रहा है, उसके पाँव में छाला होगा.
बिना संघर्ष के इन्सांन चमक नही सकता.
जो जलेगा उसी दिए में , उजाला होगा.
" दर्द "
सभी इंसानो मे है
मगर ...
कोई दिखाता है तो ...
कोई छुपाता है .....
" हमसफर "
सभी है मगर ...
कोई साथ देता है तो ...
कोई छोड देता है .....
" प्यार "
सभी करते है मगर ...
कोई दिल से करता है तो ...
कोई दिमाग सें करता है
" दोस्ती "
सभी करते है मगर ...
कुछ लोग निभाते है ..
कुछ लोग आजमाते है
" रिश्ता "
कई लोगों से होता है , मगर ...
कोई प्यार से निभाता है तो ...
कोई नफरत से निभाता है ..
" अहसास "
सबको होता है मगर ...
कोई मेहसूस करता है तो ...
कोई समज नही पाता .
" जिंदगी "
सभी जीते है , मगर ...
कोई सबकुछ आने के बाद भी दुखी रहते है ,
तो कोई लुटाके खुश रहते है .
नफ़रतो के इस दौर मे..
चार लोगो से रिश्ता बना के रखना...
सुना है लाश को
शमशान तक दौलत नहीं ले जाती...