सोमवार, 23 मई 2016

सम्मान

‘श्रद्धा’ ज्ञान देती हैं,
‘नम्रता’ मान देती हैं,
और
‘योग्यता’ स्थान देती है !

पर तीनो मिल जाए तो..
व्यक्ति को हर जगह ‘सम्मान’ देती हैं....✍

BHAGWAD GITA  IN ONE Sentence per chapter

BHAGWAD GITA  IN ONE Sentence per chapter

Chapter 1 :
Wrong thinking is the only problem in life

Chapter 2 :
Right knowledge is the ultimate solution to all our problems

Chapter 3 :
Selflessness is the only way to progress and prosperity

Chapter 4 :
Every act can be an act of prayer

Chapter 5 :
Renounce the ego of individuality and Rejoice in the Bliss of Infinity

Chapter 6 :
Connect to the Higher ConsciousNess Daily

Chapter 7 :
Live what you learn

Chapter 8 :
Never give up on yourself

Chapter 9 :
Value your blessings

Chapter 10 :
See divinity all around

Chapter 11 :
Have enough surrender to see the Truth as it is

Chapter 12 :
Absorb your mind in the Higher

Chapter 13 :
Detach from Maya and Attach to Divine

Chapter 14 :
Live a lifestyle that matches your vision

Chapter 15 :
Give priority to Divinity

Chapter 16 :
Being good is a reward in itself

Chapter 17 :
Choosing the right over the pleasant is a sign of power

Chapter 18 :
Let Go, Lets move to Union with God!

बुधवार, 18 मई 2016

समंदर

किनारे पर बैठे के समंदर को दोष  देते है,
डूब जाते हैं तो मुकदर को दोष  देते है.
सम्भल कर खुद नही चलते...
गिर जाते हैं तो पत्थर को दोष  देते है..

गुरुवार, 12 मई 2016

Hurting someone

Thought of the day:

Hurting someone is as easy as like Plucking a Leaf from Tree, But Making someone HAPPY is like Growing a Tree. It takes lot of Time, Care & Patience!

Good Day Ahead

बुधवार, 11 मई 2016

क्या खोया और क्या पाया

जिंदगी में यदि कोई आपसे ये पूछे "क्या खोया और क्या पाया "है???...

तो पुरे विश्वास के साथ कहना कि

जो गाजर के हलुवे में डालते है वो खोया है
और

जो खटिया मे नीचे चार डंडे खडे है वो पाया है

हमेशा भावुक होने की जरूरत नहीं

सोमवार, 9 मई 2016

शिष्टाचार

शिष्टाचार कहता है कि किसी स्त्री
से उसकी उम्र और किसी पुरुष से
उसकी आय नहीं
पूछनी चाहिए ...
शायद इसके पीछे एक खूबसूरत अंतर्दृष्टि छुपी है कि....

कोई स्त्री कभी स्वंय के लिए नहीं जीती

और

कोई पुरुष
कभी स्वंय के लिए नहीं कमाता ।।।

गुरुवार, 5 मई 2016

अन्‍तरआत्‍मा

      जिंदगी मे हम कितने सही
          और कितने गलत है
         ये सिर्फ दो ही शक्‍स
                जानते है
   ईश्‍वर और अपनी          
         अन्‍तरआत्‍मा
                और
          हैरानी की बात है 
   कि दोनो ही नजर नहीं आते
....सुप्रभात

बुधवार, 4 मई 2016

क्या खुब लिखा है...

क्या खुब लिखा है...

          पायल हज़ारो रूपये में आती है पर पैरो में पहनी जाती है... और... बिंदी 1 रूपये में आती है मगर माथे पर सजाई जाती है... इसलिए कीमत मायने नहीं रखती उसका कृत्य मायने रखता हैं...
                 एक किताबघर में पड़ी गीता और कुरान आपस में कभी नहीं लड़ते... और जो उनके लिए लड़ते हैं वो कभी उन दोनों को नहीं पढ़ते...
            नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है... मिठी बात करने वाले तो चापुलुस भी होते है... इतिहास गवाह है की आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं पड़े... और मिठाई में तो अक़्सर कीड़े पड़ जाया करते है...
               अच्छे मार्ग पर कोई व्यक्ति नही जाता पर बुरे मार्ग पर सभी जाते है... इसीलिये दारू बेचने वाला कही नही जाता... पर दूध बेचने वाले को घर, गली -गली , कोने- कोने जाना पड़ता है... और दूघ वाले से बार -बार पूछा जाता है कि पानी तो नही डाला... पर दारू मे खुद हाथो से पानी मिला-मिला पीते है...
वाह रे दुनियाँ और दुनियाँ की रीत...

कड़वी गोली


"हम कड़वी गोली को
                जल्दी से गटक जाते हैं..!
परंतु मीठी चॉकलेट को
                  खूब चबा कर खाते हैं।"

इसी तरह जीवन में..
               बुरे समय को जल्दी भूलें।
और अच्छे समय का
                खूब आनंद उठायें.!!"

       

रविवार, 1 मई 2016

झूठे दोस्त

‘मीठा झूठ’ बोलने से अच्छा है...‘कड़वा सच’ बोला जाए...

इससे आपको ‘सच्चे दुश्मन’ जरूर मिलेंगे...लेकिन ‘झूठे दोस्त’ नहीं...

तुझे कैसे रिझाऊं मैं

""..एक व्यक्ति ने भगवन से पुछा,,
       """...तुझे कैसे रिझाऊं मैं,,
""...कोई वस्तु नहीं ऐसी जिसे तुझ पर चढाऊं मैं...!!
    ""भगवान ने उत्तर दिया""
""...संसार की हर वस्तु तुझे मैनें दी है।।
       ""...तेरे पास अपनी चीज सिर्फ तेरा "अहंकार" है,,
"""...जो मैनें नहीं दिया..""
       ""..उसी को तूं मेरे "अर्पण" कर दे,,,

""तेरा जीवन सफल हो जाएगा""                                    सुप्रभात् 

अक्षय तृतीया का महत्व

अक्षय तृतीया जो इस वर्ष 9May को है उसका महत्व क्यों है जानिए कुछ महत्वपुर्ण जानकारी
- आज ही के दिन माँ गंगा का अवतरण धरती पर हुआ था ।
-महर्षी परशुराम का जन्म आज ही के दिन हुआ था ।
-माँ अन्नपूर्णा का जन्म भी आज ही के दिन हुआ था
-द्रोपदी को चीरहरण से कृष्ण ने आज ही के दिन बचाया था ।
- कृष्ण और सुदामा का मिलन आज ही के दिन हुआ था ।
- कुबेर को आज ही के दिन खजाना मिला था ।
-सतयुग और त्रेता युग का प्रारम्भ आज ही के दिन हुआ था ।
-ब्रह्मा जी के पुत्र अक्षय कुमार का अवतरण भी आज ही के दिन हुआ था ।
- प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्री बद्री नारायण जी का कपाट आज ही के दिन खोला जाता है ।
- बृंदावन के बाँके बिहारी मंदिर में साल में केवल आज ही के दिन श्री विग्रह चरण के दर्शन होते है अन्यथा साल भर वो बस्त्र से ढके रहते है ।
- इसी दिन महाभारत का युद्ध समाप्त हुआ था ।
- अक्षय तृतीया अपने आप में स्वयं सिद्ध मुहूर्त है कोई भी शुभ कार्य का प्रारम्भ किया जा सकता है
ॐ नमः पार्वतीय पतये हर हर महादेव

जय श्री महाकाल